Nov 13, 2020
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” वो जो मुझे तबाह करके गया तू ! “

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सूरत हो, चाहे सीरत हर जगह से कमी निकाल के गया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

मेरे एक कहने पे सो सुना के गया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

ढूंढने पर तो भगवान मिल जाए , मेरी एक अच्छाई भी ना ढूंढ़ पाया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

प्यार करने से डर सा लगता है अब तो इतना दिल दुखा के गया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

कुछ भी कर लूं में , गलत ही रहूंगी ये बता के गया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

खूबसूरती से ही कहा होते है रिश्ते , ये भी समझ ना पाया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

कुछ खास नहीं बस मुझे बेहद जलील करके गया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

हर रंग से मैने सजाया तेरे ख्वाबों को बदले में सिर्फ काला रंग देकर गया तू ,
याद रहेगा बेशक वो जो मुझे तबाह करके गया तू ।

 

Article Categories:
Literature

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