सज्जनों का मिलना बहुत मुश्किल है। आप एक बार के लिए सोच रहे होंगे कि क्या हर जगह सज्जन मिल सकते हैं इसे चाणक्य ने एक उदाहरण के साथ समझाया गया है। आईए हम आपको बताते है।
चाणक्य कहते हैं कि जिस तरह हर पहाड़ी पर मोती नहीं होते हैं, जिस तरह जैसे हर जंगल में चंदन नहीं होता, वैसे ही हर जगह एक सज्जन को खोजने की जरूरत नहीं होती। हर जगह ऐसी उम्मीद नहीं है।
जिस प्रकार चंदन अपने स्थान पर पाया जाता है, जिस प्रकार एक रत्न अपने उचित स्थान पर पाया जाता है, इसलिए एक सज्जन व्यक्ति को वह स्थान मिलता है जहां उसे होना चाहिए।
अब हम जानते हैं कि सज्जनों को हर जगह पाया जा सकता है। चाणक्य ने अपनी पुस्तक “चाणक्य नीति” में ऐसी कई बातें लिखी हैं।
VR Niti Sejpal
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