वो सर्द हवाएं तुम्हारा नाम लेकर चली गई, वो बर्फीली वादियां बिना बर्फ गिराए चली […]
ए शाम तू भी गजब बोलती है, कभी कोई बीमारी तो कभी सुबह के राज […]
अगर मंजिल को पाना है तो सोचकर देखो, राहों को थोड़ा सा मोड़कर तो देखो, […]
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