हर कोई जीवन में खुश रहना चाहता है। हर कोई अपने घर को स्वर्ग के रूप में देखता है। चाणक्य ने इसके लिए अपने विचारों को अच्छी तरह से दिखाया है। आइए जानते हैं कि जीवन में सबसे खुश कैसे रहें।
चाणक्य कहते हैं कि जिस व्यक्ति के नियंत्रण में पुत्र होते हैं, वह व्यक्ति जिसकी पत्नी अपने पति का सम्मान करती है और जो व्यक्ति अपने धन से संतुष्ट होता है वह खुश रह सकता है। उस व्यक्ति का जीवन स्वर्ग के समान सुंदर हो जाता है। धन से संतुष्ट रहने वाला व्यक्ति कभी पीड़ित नहीं होता। वही व्यक्ति वास्तव में सुखी व्यक्ति बनता है।
आज हमने चाणक्य की पुस्तक “चाणक्य नीति” से सीखा कि कैसे एक खुशहाल व्यक्ति होना चाहिए। इन नियमों के होने से आप एक खुशहाल व्यक्ति बन सकते हैं।