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अहमदाबाद से अनुमानित 4 लाख लोग गांवों में चले गए हैं

अहमदाबाद शहर में कोरोना मामलों और मौतों की संख्या में वृद्धि जारी है। दूसरी ओर, कोरोना रोगियों को अस्पताल के बिस्तर और ऑक्सीजन भी नहीं मिलता है।

यह जानकारी गैस एजेंसी के प्रबंधकों द्वारा अहमदाबाद में रसोई गैस की बोतलें पहुंचाने से सामने आई है। शहर में लगभग 5 से 20 कुकिंग गैस एजेंसियां ​​हैं। इनमें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम की एजेंसियां ​​शामिल हैं। इन तीनों कंपनियों की एजेंसियों के ग्राहकों की कुल संख्या लगभग 11 से 12 लाख है।

इन शहर एजेंसियों के प्रबंधकों ने कहा कि कोरोना में मामलों और मौतों की बढ़ती संख्या के बारे में पढ़ने के बाद दहशत फैल गई। ऐसी स्थिति में अपने परिवार के सदस्यों को खोने के डर से हमारी एजेंसी के कई ग्राहक अपने गृहनगर चले गए हैं। हमारी गैस एजेंसी के ग्राहकों में से प्रत्येक, किसी भी एजेंसी में 5 से 20 प्रतिशत, किसी भी एजेंसी में 5 से 7 प्रतिशत। संपन्न क्षेत्रों में भी 10 से 15 प्रतिशत। हम तीन सप्ताह के लिए घर जा रहे हैं और परिणामस्वरूप हम खाना पकाने के गैस के रूप में कई सिलेंडर ऑर्डर कर रहे थे। इसमें औसतन 20 से 5 फीसदी की कटौती की गई है।

इस सिलेंडर कट का मतलब है कि जो ग्राहक नियमित सिलेंडर का ऑर्डर करते थे, उनकी मांग बंद हो गई है। पता चला है कि वे जांच के बाद घर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि रसोई गैस सिलेंडरों की कोई कमी नहीं है।

VR Sunil Gohil

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