भारत में टीकों के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल), जो भारत में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) से संबंध रखती है, की सहायक कंपनी, प्रिस्टीन बायोलॉजिकल्स एनजेड (न्यूज़ीलैंड) लिमिटेड ने स्टराइल फ़िल्टर्ड सीरम के उत्पादन के लिए एक नई सुविधा का उद्घाटन किया है। इस सुविधा का उद्घाटन इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री मीनेश सी. शाह द्वारा डार्गाविल के माननीय मेयर डॉ. जेसन स्मिथ, डॉ. के आनंद कुमार, प्रबंध निदेशक, आईआईएल, डॉ. विजय दसारी, जीएम और निदेशक, प्रिस्टीन बायोलॉजिकल (एनजेड) लिमिटेड तथा अन्य कई गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति में किया।
प्रिस्टीन की स्थापना 2015 में काइपारा जिले के डार्गाविल में फार्मास्युटिकल ग्रेड के बोवाइन (गोजातीय) सीरम के उत्पादन और आपूर्ति के लिए की गई थी, जिसे कई टीकों के उत्पादन में इस्तेमाल किया जाता है और इसे एक बहुत ही सफल उद्यम माना जाता है। यहां इस बात का उल्लेख करना उपयुक्त होगा कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के सीरम प्रीमियम मूल्य के हैं, क्योंकि ये देश ओआईई (OIE) सूची में दर्ज बीमारियों से मुक्त हैं। प्रिस्टीन, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) के लिए भारत और अन्य देशों में कई सौ टन गुणवत्तापूर्ण सीरम का उत्पादन और आपूर्ति करने में सक्षम है।
कंपनी का मानना है कि बायोलॉजिक्स निर्माण में उपयोग के लिए न्यूजीलैंड से बोवाइन सीरम की आवश्यकता कई गुना बढ़ गई है और विश्व बाजारों की मांगों को पूरा करने के लिए क्षमता में वृद्धि करना और अधिक मूल्य वर्धित उत्पादों को लाना महत्वपूर्ण है। भारत के कई वैक्सीन निर्माताओं ने गुणवत्तापूर्ण सीरम प्राप्त करने में कठिनाई व्यक्त की है और सरकार के माध्यम से आईआईएल की मदद मांगी है। आईआईएल, हैदराबाद के हाल ही के दौरे पर, सचिव डीएडीएफ ने आईआईएल से प्रिस्टीन न्यूजीलैंड में सीरम की उत्पादन क्षमता बढ़ाने और इसे प्राथमिकता के आधार पर भारतीय कंपनियों को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
प्लांट विस्तार के अवसर पर इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन श्री मीनेश शाह ने कहा, “मुझे खुशी है कि इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स द्वारा विदेश में किया गया निवेश फलीभूत हुआ है। भारत में बने किफायती टीकों के लिए प्रिस्टीन द्वारा निर्मित गुणवत्तापूर्ण सामग्री की स्थायी आपूर्ति की आवश्यकता है।”
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. आनंद कुमार (प्रबंध निदेशक) ने प्रिस्टीन को सफलता की एक कहानी बताया और कहा कि जल्द ही क्षमता को दोगुना करने की योजना है क्योंकि मांग काफी बढ़ गई है। डॉ. विजय दसारी (निदेशक) ने इस उद्यम का निरंतर मार्गदर्शन और समर्थन करने के लिए अध्यक्ष तथा अन्य निदेशकों का धन्यवाद किया।