चाणक्य जो हमें नई-नई सिख देते थे, एक बार अमीर लोगों के लिए भी कुछ कहते थे। उन्हें सलाह भी दी। आज हम जानेंगे कि वह सलाह क्या है।
हर इंसान, चाहे वह अमीर हो या गरीब, अपने पैसे बचाता है। वे यह सोचकर पैसे बचाते हैं कि अगर भविष्य में कुछ बुरा होता है, तो यह उन्हें बचाने के लिए काम करेगा। तब यह मददगार होगा।
लेकिन एक अमीर व्यक्ति की सोच थोड़ी अलग होती है। वह पैसे भी बचाता है लेकिन साथ ही यह सोचता है कि उसके पास बहुत पैसा है इसलिए भविष्य की कोई भी आपदा उसके लिए आपदा नहीं होगी। लेकिन चाणक्य उन्हें बताते हैं कि धन हाथ का मेल है। धन चंचल है। धन आज है, कल नही है। इसलिए उन्हें गर्व नहीं करना चाहिए और हर मुसीबत के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।