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जुहित अपने जीवन रक्षक मैच की राह देख रहा है!

गुजरात के 5 साल के बच्चे की जान बचाने के लिए DKMS-BMST द्वारा ब्लड स्टेम सेल डोनर रजिस्ट्रेशन ड्राइव का आयोजन । 

वड़ोदरा के 5 साल के जुहित को प्योर रेड सेल अप्लेजिया बीमारी का पता तब चला जब वह 9 महीने का था।प्योर रेड सेल अप्लेजिया ऐसी बीमारी है जिसमें बोन मैरो ब्लड में रेड सेल्स बनाने में विफल हो जाता है।फिलहाल, इस बीमारी को मैनेज करने के लिए जुहित को हर महीने ब्लड ट्रांज़फ्यूजन कराना पड़ता है। हालांकि, उसकी स्थिति का इलाज एक मैचिंग ब्लड स्टेम सेल डोनर के ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट से हो सकता है।

DKMS BMST Foundation India, ब्लड कैंसर और दूसरे रक्त संबन्धित बीमारियों के खिलाफ मुक़ाबला करनेवाला नॉन-प्रॉफ़िट ऑर्गनाइज़ेशन, जुहित के लिए एक मैचिंग डोनर की खोज कर रहा है। पूरे भारत में लोगों तक पहुँचने के लिए DKMS-BMST एक वर्चुअल ड्राइव लॉंच कर रहा है जहां कोई भी ऑनलाइन रजिस्टर करके जुहित जैसे मरीजों की जान बचाने के लिए जीवन रक्षक बन सकता है।रजिस्ट्रेशन की लिंक: www.dkms-bmst.org/Juhit

कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल,अंधेरी मुंबई के बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ,हिमैटो ऑंनन्कोलोजिस्ट डॉ. शांतनु सेन कहते हैं: “भारत में हर 5 मिनट में किसी को ब्लड कैंसर या आँय किसी रक्त संबंधी बीमारी का पता चलता है।थैलेसीमिया, सिकल सेल रोग और अप्लास्टिक एनेमिया जैसे कई रक्त संबंधी बीमारियों के लिए स्टेम सेल ट्रांसप्लांट इलाज का एक मात्र विकल्प है। यह एड्वान्स्ड़ कैंसर वाले मरीजों के लिए बचने की एक मात्र उम्मीद भी है।भारतीय मूल के मरीजों और डोनर्स में एक अनोखा एचएलए (ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन) होने के कारण वैश्विक डेटाबेस में बहुत कम पाया जाता है जिस से एक उपयुक्त मैच मिलने की संभावनाएं और भी कम हो जाती हैं। इस से भारतीय मूल के लोगों की ब्लड स्टेम सेल डोनर्स के रूप में रजिस्टर करके किसी की जान बचाने के लिए आगे आने की ज़रूरत और बढ़ जाती है।”

DKMS-BMST के सीईओ, पैट्रिक पॉल कहते हैं “हम ज़िंदगियाँ बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और वर्तमान में यह कोरोना महामारी हमारे प्रयासों को धीमा नहीं कर सकती।जुहित जैसे गंभीर मरीजों को अभी भी मैचिंग डोनर्स की आवश्यकता है, इसीलिए, इस वर्चुअल ड्राइव के माध्यम से 18 से 50 वर्ष के सभी लोगों से आगे आकार संभावित डोनर बनाने की अपील करते हैं।”

गुजराती होने के कारण, उसके 10/10 मैच पाने की संभावना बहुत कम है क्योंकि डोनर रजिस्ट्री में इस समुदाय के बहुत कम लोग हैं।इसीलिए,जुहित के परिवार के साथ DKMS-BMST, सभी लोगों, विशेष कर  गुजरात के लोगों से अविलंब डोनर्स के रूप में रजिस्ट्रेशन करने की अपील करता है। जुहित की माँ, पायल कहती हैं “मैं अपने बेटे के लिए एक जीवन दाता डोनर का इंतज़ार कर रही हूँ जो उसे एक 5 साल के बच्चे का सामान्य जीवन जीने में मदद करेगा।माँ-बाप के रूप में हम सिर्फ अपने बच्चे को उसके सपने पूरे करते हुए, उसके बचपन का आनंद उठाते हुए और अपने दोस्तों और परिवार के साथ यादगार पल बिताते हुए देखना चाहते हैं।मुझे विश्वास है कि हम आपकी मदद से यह लड़ाई जीत सकते हैं।”

रजिस्ट्रेशन प्रोसेस क्या है?

इसमें दिलचस्पी रखने वाले और योग्य लोग हैं, www.dkms-bmst.org/Juhit पर रजिस्टर कर सकते हैं और आपकी पात्रता की जांच करने और ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद आपको घर पर एक स्वैब किट मिलेगा।रजिस्ट्रेशन प्रोसेस में 2 स्टेप्स होते हैं:  सहमति (कन्सेंट) फॉर्म भरना और इस एनालिसिस के लिए 3 स्पेशल कॉटन स्वैब से गालों के अंदर से टिशू का नमूना लेना।

फिर, DKMS लेबोरेटरी आपके टिशू टाइप का एनालिसिस करेगी और आपके डिटेल्स ब्लड स्टेम सेल डोनर्स की ग्लोबल सर्च में उपलब्ध होंगे। अगर आप एक उपयुक्त डोनर हैं तो DKMS-BMST आपसे सीधे संपर्क करेगा। अगर आप एक मैच बनते हैं तो पेरिफेरल ब्लड स्टेम सेल कलेक्शन प्रोसेस जो कि ब्लड डोनेशन के जैसी ही प्रोसेस होती है से आपके रक्त में से केवल स्टेम सेल्स लिए जाएंगे। यह बहुत सुरक्शित गैर-सर्जिकल आउट पेशेंट प्रोसेस है।

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