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मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल सूरत में तीन दिवसीय ‘वाइब्रेंट वीवर्स एक्सपो’ का उद्घाटन करते हुए।

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने सूरत के उमरवाड़ा स्थित ग्लोबल टेक्सटाइल मार्केट में 26 से 28 तारीख तक ‘फेडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स वेलफेयर एसोसिएशन’ (FOGWA) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘वाइब्रेंट वीवर्स एक्सपो-2022’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि गुजरात में विकास की गति, जो देश का विकास इंजन है, उनकी टीम लगातार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में और अधिक गति बनाने के लिए काम कर रही है।

नाम है शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसी मूलभूत बातों पर ध्यान केंद्रित कर सभी का विकास करना ।

 

मुख्यमंत्री ने विवार्स एक्सपो के विभिन्न स्टालों पर जाकर प्रदर्शकों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने यहां विभिन्न बुनाई उत्पादों का ज्ञान प्राप्त किया।

 

इस अवसर पर देश के परिधान उद्योग में गुजरात के योगदान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कुल परिधान निर्यात में गुजरात का हिस्सा 12 प्रतिशत और मानव निर्मित फाइबर उत्पादन में 38 प्रतिशत है. सूरत देश में आर्ट सिल्क फैब्रिक के उत्पादन में 50 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। दो दशक पहले राज्य में लघु और सूक्ष्म उद्योगों की संख्या 2.74 लाख थी, जो आज बढ़कर 8.66 लाख हो गई है। इतना ही नहीं, गुजरात का कपड़ा उद्योग सूरत के योगदान से नई तकनीक, नए पैटर्न और कौशल उन्नयन की मदद से गति पकड़ रहा है, यह बताते हुए कि गुजरात में औद्योगिक उत्पादन दो दशक पहले 2.27 लाख करोड़ था, जो बढ़कर 16.19 हो गया है। आज लाख करोड़। उन्होंने राय व्यक्त की कि यह विशेष है।

 

मुख्यमंत्री ने आशावाद व्यक्त करते हुए कि बुनकर एक्सपो सर्वोत्तम प्रथाओं, नेटवर्किंग, विचार निर्माण का माध्यम बनेगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि कपड़ा बुनाई उद्योग गुजरात के कुशल और अकुशल लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करता है, लेकिन यह सरकार इस बात से अवगत है कि संबंधित व्यवसाय अपनी मूलभूत समस्याओं के प्रति अधिक जागरूक है।इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार लोगों की समस्याओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर नीति निर्माण को प्राथमिकता देती है।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई ने आपदा को अवसर में बदलने की प्रेरणा दी है, इस भावना को व्यक्त करते हुए, गुजरात ने अपनी विकास यात्रा जारी रखी है और कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई ‘वायब्रेंट गुजरात’ की पहल के साथ, गुजरात के व्यवसायों को एक नई दिशा मिल रही है, दुनिया को एक अद्वितीय प्रतिभा से परिचित कराया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जब अमेरिका जैसी महाशक्तियां कोरोना के सामने घुटनों के बल बैठ गईं तो राज्य और केंद्र सरकार ने माइक्रो-प्लानिंग कर जनता और उद्योगपतियों-पेशेवरों को कठिनाई महसूस नहीं होने दी. गरीब मध्यम वर्ग को मुफ्त भोजन, मुफ्त टीके, लघु और मध्यम उद्योग स्थापित करने की योजनाएं केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई हैं जिससे लाखों जरूरतमंद लोगों को लाभ हुआ है।

 

जैविक खेती में गुजरात पूरे देश में अग्रणी है, जबकि राज्य सरकार गाय के गोबर से गैस, तरल (स्लरी) उत्पादन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है कि किसान मूल्यवर्धन को अपनाएं ताकि कृषि उत्पादों को अधिक किफायती मूल्य मिले।

 

प्रदर्शनी में खरीदार कपड़ा निर्माताओं के साथ सीधे संपर्क कर सकते हैं और साथ ही साथ पूरे गुजरात में विभिन्न बुनकरों से विभिन्न प्रकार के वस्त्रों का उत्पादन एक ही स्थान पर देख सकते हैं।मुख्यमंत्री ने एक्सपो को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए आयोजकों को बधाई दी।

 

इस अवसर पर केंद्रीय रेल एवं कपड़ा राज्य मंत्री श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश ने कहा कि देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में इस्तेमाल किए गए 200 करोड़ तिरंगे में से सूरत के कपड़ा उद्योग ने आत्मनिर्भरता की उत्कृष्ट मिसाल कायम की है. 7.50 करोड़ तिरंगे का उत्पादन कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं।

 

केंद्र सरकार ने मानव निर्मित फाइबर, तकनीकी वस्त्रों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजनाएं लागू की हैं। गुजरात देश में मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन और अपैरल (पीएम-मित्र) पार्क के तहत सड़क, ट्रेन और बंदरगाह जैसी कनेक्टिविटी में अग्रणी रहा है। 13 राज्यों ने भी पीएम मित्र पार्क के लिए सहमति जताई है। मंत्री ने कहा कि बजट में विशेष प्रावधान कर इसके क्रियान्वयन में गुजरात पहले स्थान पर रहा है।

 

स्वागत भाषण देते हुए फोगवा के अध्यक्ष श्री अशोकभाई जीरावाला ने कहा कि कपड़ा उद्योग कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार प्रदान करने में अग्रणी है। कपड़ा क्षेत्र सूरत के 20 लाख लोगों को रोजगार दे रहा है, जबकि दो लाख घरों की महिलाएं घर पर कपड़ा नौकरी से 10 से 20 हजार प्रति माह की आय अर्जित कर रही हैं। इस क्रेता-विक्रेता प्रदर्शनी के आयोजन का उद्देश्य बुनाई क्षेत्र के छोटे बुनकरों को बड़ी संख्या में खरीदारों को अपने बुनाई कौशल और विशेषज्ञता का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करना है। कुल 128 स्टालों के साथ यह प्रदर्शनी कपड़ा निर्माताओं और खरीदारों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगी।

 

इस अवसर पर बोलते हुए, एमपी और गुजरात राज्य भाजपा अध्यक्ष श्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि सूरत के कपड़ा उद्योग को आधुनिक तकनीक और कपड़े की नई किस्मों से लैस बुनाई इकाइयों से बढ़ावा मिला है। यदि यह उद्योग शांतिपूर्ण औद्योगिक वातावरण और गर्मजोशी का आनंद लेना जारी रखता है, तो इसकी मौलिकता बहुतायत में बढ़ेगी। साधारण औद्योगिक नीतियों और प्रशासनिक सहयोग ने न केवल कपड़ा उद्योग बल्कि सभी उद्योगों में नई जान फूंक दी है।

 

श्री पाटिल ने कहा कि गुजराती इसे देने के लिए करते हैं, लेने के लिए नहीं। गुजरात पूरे भारत में सबसे अधिक रोजगार प्रदान कर रहा है। कोरोना काल में ज्यादातर श्रमिक ट्रेनें गुजरात से दूसरे राज्यों में गईं। हीरा और कपड़ा उद्यमी उद्यमियों ने अपनी मौलिकता से उद्योग का विकास किया है। उन्हें जहां भी जरूरत पड़ी सरकार ने पूरा सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि वे देश और दुनिया की जरूरतों के अनुसार नए उद्योग स्थापित करके और वस्त्रों का उत्पादन करके हजारों नौकरियों के सृजन में योगदान दे रहे हैं।

 

इस अवसर पर नेता श्री हरिभाई कथिरिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर गृह मंत्री श्री हर्षभाई सांघवी, मेयर श्रीमती हेमाली बोघवाला, विधायक श्री अरविंद राणा, विवेक पटेल, प्रवीण घोघरी सहित उद्योग जगत के नेता सर्व श्री धीरूभाई शाह, संजय सरवागी, साहिल मुल्तानी, आलोकभाई, ललितभाई, सिद्धार्थभाई, हरेशभाई सहित कपड़ा उद्योगपति, बुनकर, बुनाई इकाइयाँ, प्रबंधक उपस्थित थे

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