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राजकोट में करुणा एनिमल हेल्पलाइन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल की विशेष उपस्थिति

राजकोट दि. 22 जुलाई – आज राजकोट के हेमू गढ़वी हॉल में करुणा फाउंडेशन ट्रस्ट एनिमल हेल्पलाइन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल की विशेष उपस्थिति रही।

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि हमारी संस्कृति पहले पशु-पक्षियों को खाना खिलाना और फिर स्वयं भोजन करना है। गाय और अन्य जानवरों के लिए काम करने वाली संस्थाएं सेवा कार्य करती हैं. इसके अलावा, राज्य के सभी नागरिकों को गायों और अन्य जानवरों को सभी आवश्यक सहायता और सेवा प्रदान करनी चाहिए।

 

उन्होंने आगे कहा कि अनाजों में रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से भूमि बंजर एवं अनुपजाऊ हो जाती है, जिससे नागरिकों में अनेक प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न होती हैं, जिसे रोकने के लिए गौ आधारित प्राकृतिक खेती कुल मिलाकर अधिक लाभकारी है। जिसमें मिट्टी की उर्वरता, गायों के रख-रखाव, नागरिकों को पौष्टिक आहार की उपलब्धता आदि के लिए राज्यपाल द्वारा अभियान चलाया जाता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण के लिए हर जिले में 75 अमृत झीलों का निर्माण, ग्लोबल वार्मिंग से उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए ‘मिशन लाइफ’ आदि गतिविधियां शुरू की हैं। जिसका पालन करते हुए हमें प्रकृति आधारित जीवन शैली अपनानी चाहिए। तथा दैनिक जीवन में उपयोगी पौधे लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए।

 

इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री राघवजी भाई पटेल ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने इसके लिए रुपये का विशेष प्रावधान किया है. आज, 1100 से अधिक संगठन प्रति दिन प्रति पशु रुपये खर्च करते हैं। 30 आलेखों को सहायता मिल रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा पशुओं की सभी देखभाल के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गई हैं।

 

इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों द्वारा मुख्यमंत्री का फूलों के गुलदस्ते से स्वागत किया गया। विधायक सुश्री डाॅ. धन्यवाद ज्ञापन दर्शिताबेन शाह ने किया।

जल आपूर्ति मंत्री श्री कुँवरजीभाई बावलिया, सामाजिक न्याय प्राधिकरण मंत्री श्री भानुभान बाबरिया, सांसद श्री रामभाई मोकारिया, सांसद श्री मोहनभाई कुंदरिया, विधायक श्री रमेशभाई तिलाला, महापौर श्री डाॅ. प्रदीप डोव, उपमहापौर श्री कंचनबहन, जिला कलेक्टर श्री प्रभाव जोशी, शहर पुलिस आयुक्त श्री राजू भार्गव, वरिष्ठ डाॅ. भरत बोगरा, वरिष्ठ श्री मुकेश दोशी, जैन मुनिश्री जे.पी. गुरुदेव, सामाजिक संस्था के श्रेष्ठीश्री अजय सेठ आदि उपस्थित थे।

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