प्राइवेट स्कूल मा बाप से फीस मांग रहे हैं। लेकिन कई लोग कोरोना की वजह से अच्छी वित्तीय स्थिति में नहीं हैं। इसलिए वो लोग फीस नही दे पा रहे है। इसका विरोध करने के लिए, स्कूल कह रहे हैं कि अगर मा बाप फीस का भुगतान नहीं करते हैं, तो छात्रों को शिक्षा नहीं दी जाएगी। वे मा बाप से मनमानी करके फीस मांग रहे हैं। लेकिन माता-पिता भी मजबूर हैं। वे लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि अगर स्कूल पूरे घंटे नहीं पढ़ाते हैं तो पूरी फीस क्यो? जिन माता पिताने छह महीने तक अपनी फीस का भुगतान नहीं किया है, उन्हें शिक्षा नही दी जाएगी। माता पिताने भी इस कदम का विरोध किया। स्कूलों माता पिता की मजबूरी को समझना चाहिए और छात्रों की शिक्षा को प्रभावित नहीं करना चाहिए।
स्कूलों की मनमानी ! पर माँ बाप की मजबूरी !!
