Mar 8, 2021
373 Views
0 0

आपसे प्यार हुआ जाता है

Written by

आपसे प्यार हुआ जाता है
खेल दुश्वार हुआ जाता है

दिल जो हर क़ैद से घबराता था
ख़ुद गिरफ़्तार हुआ जाता है

तूने क्यूँ प्यार से देखा मुझको
दर्द बेदार हुआ जाता है

इस तमन्ना में कि तुम दोगे सज़ा
दिल गुनाहगार हुआ जाता है ।

कैफ़ी आज़मी

Article Tags:
Article Categories:
Literature

Leave a Reply