एमएसएमई शिपयार्ड, मेसर्स सूर्यदीप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे द्वारा भारतीय नौसेना के लिए निर्मित 11 x एसीटीसीएम बार्ज परियोजना के छठे बार्ज ‘गोला-बारूद सह टारपीडो सह मिसाइल बार्ज, एलएसएएम 20’ की डिलीवरी 29 मई 24 को एनएडी (करंजा) के लिए नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में की गई। प्रेरण समारोह की अध्यक्षता कमोडोर नडेला रमना, जीएमआर, एनडी (एमबीआई) ने की।
11 एक्स एसीटीसीएम बार्ज के निर्माण के लिए अनुबंध पर रक्षा मंत्रालय और मेसर्स सूर्यदीप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे के बीच 05 मार्च 21 को हस्ताक्षर किए गए थे। इन बार्जों को शामिल करने से भारतीय नौसेना की परिचालन प्रतिबद्धताओं को गति मिलेगी, क्योंकि इससे जेटी के साथ-साथ और बाहरी बंदरगाहों पर भारतीय जहाजों को वस्तुओं/गोला-बारूद के परिवहन, चढ़ने और उतरने में सुविधा होगी।
इन बार्जों को स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है और भारतीय नौवहन रजिस्टर के प्रासंगिक नौसेना नियमों और विनियमन के तहत बनाया गया है। डिजाइन चरण के दौरान बजरे का मॉडल परीक्षण नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला, विशाखापत्तनम में किया गया था। ये बजरे भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के गौरवशाली ध्वजवाहक हैं।