हम तिरंगा दिल में लेकर चलते है,
त्योहार पर सिर्फ फहराने को यह नहीं है,
हम देशभक्ति हरदम दिल में लेकर चलते है,
हम तिरंगा दिल में लेकर चलते है।
हर सांस भारत भारत कहती है,
हर धड़कन में यही शोर है।
देखो सारे विश्व में लहरा रहा,
ये तिरंगा न कहीं ओर है… ये तिरंगा न कहीं ओर है।
हम सूरज को करते प्रणाम, नदियों को माता कहते है,
हम हिंदू, मुस्लिम, सिख नहीं खुद को भारतीय कहते है।
कण कण में उत्साह भरा ये सबसे प्यारा देश है,
फिर भी हम सभी देश को प्यार से वंदन करते है।
हम भारत है और सदा दिल में तिरंगा लेकर चलते है।
दर्शिनी ओझा
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