यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म (यूलिप) भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर को बदलने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आज उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के सचिव श्री राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। वाणिज्य भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में तेलंगाना, केरल, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, नागालैंड और राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके अतिरिक्त, कई उद्योग संघ, उद्यम और स्टार्ट-अप कार्यशाला में शामिल हुए।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री राजेश कुमार सिंह ने एकीकृत लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम बनाने के लिए राज्यों के बीच सहयोग और एकीकरण को बढ़ावा देने में यूलिप की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यूलिप राज्यों को अपने लॉजिस्टिक्स ढांचे को बढ़ाने का एक अभूतपूर्व अवसर प्रदान करता है। मैं सभी राज्यों को यूलिप का सक्रिय रूप से लाभ उठाने और पूरे भारत में एक निर्बाध, कुशल और समावेशी लॉजिस्टिक्स सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।” कार्यशाला के दौरान, श्री राजेश कुमार सिंह ने एक यूलिप पुस्तिका भी लॉन्च की, जो दर्शाती है कि किस तरह से विभिन्न निजी क्षेत्र की कंपनियां और स्टार्टअप यूलिप एपीआई का उपयोग कर रहे हैं और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पर प्लेटफॉर्म के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला। यह पुस्तिका यूलिप के माध्यम से विकसित किए गए अभिनव अनुप्रयोगों और लॉजिस्टिक्स दक्षता को बढ़ाने में उनके महत्वपूर्ण योगदान को प्रदर्शित करने वाली एक व्यापक मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करती है।
नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनआईसीडीसी) के सीईओ और एमडी और नेशनल लॉजिस्टिक्स डेटा सर्विसेज लिमिटेड (एनएलडीएसएल) के अध्यक्ष श्री रजत कुमार सैनी ने यूलिप के महत्व पर प्रकाश डाला और स्टार्ट-अप से अपने अभिनव प्रयासों को जारी रखने और प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने के लिए नए विचारों की खोज करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “आज प्रदर्शित किए गए अनुप्रयोग लॉजिस्टिक्स परिदृश्य को बदलने के लिए यूलिप की क्षमता को उजागर करते हैं। हमें सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखना चाहिए और दक्षता और विकास के लिए नई संभावनाओं की खोज करनी चाहिए।”
इस कार्यक्रम ने उद्योग के नेताओं और हितधारकों को अपने अनुभव और अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए एक मंच प्रदान किया। कार्यशाला में सुपर प्रोक्योर, कार्गो शक्ति, शिपरॉकेट और एनमोविल जैसे स्टार्टअप्स ने यूलिप डेटाबेस का उपयोग करके विकसित अपने अत्याधुनिक अनुप्रयोगों का प्रदर्शन किया। सुपर प्रोक्योर ने यूएलआईपी का उपयोग करके खाली मीलों को कम करने के उद्देश्य से अपने प्लेटफ़ॉर्म का प्रदर्शन किया, जबकि एनमोविल ने रूट ऑप्टिमाइज़ेशन के लिए विकसित एक लॉजिस्टिक्स बॉट का प्रदर्शन किया। शिपरॉकेट ने अपने क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स प्लेटफ़ॉर्म के साथ इस बात पर प्रकाश डाला कि वे यूएलआईपी एपीआई द्वारा सुगम प्रभावी प्रमाणीकरण के माध्यम से विक्रेताओं को कैसे सहजता से शामिल करने में सक्षम हैं।
इसके अतिरिक्त, विभिन्न मंत्रालय और विभाग विभिन्न परिसंपत्तियों के विकास के लिए पीएम गतिशक्ति एनएमपी टूल का उपयोग कैसे करते हैं, इस पर भी चर्चा की गई।