ई-संजीवनी (https://esanjeevaniopd.in/) प्लेटफार्म पर 07 मई 2021 को एक्स-डिफेंस ओपीडी की सफल शुरूआत से और मजबूत हो गई है। राजस्थान में सेवानिवृत्त एएफएमएस डॉक्टरों ने आगे आकर जरूरतमंद रोगियों को अपना सहयोग प्रदान किया है। 21 डॉक्टरों द्वारा उन लोगों को मुफ्त परामर्श प्रदान किया जा रहा है, जिनके आसपास चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। यह सुविधा शीघ्र ही अन्य राज्यों में भी प्रदान की जाएगी।
हेड क्वार्टर्स इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ की चिकित्सा शाखा ने सी-डैक मोहाली के साथ समन्वय करके ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म पर ई-आईसीयू विकसित किया है। इस पोर्टल की शुरूआत आज आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज (डीजीएएफएमएस) के महानिदेशक, सर्जन वाइस एडमिरल रजत दत्ता ने की। इस कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर, इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (मेडिकल) की उप प्रमुख, सेना, नौसेना और वायु सेना के डीजीएमएस और सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड अस्पताल के कमांडेंट और डॉक्टरों के साथ-साथ पूरे देश में सशस्त्र बलों द्वारा संचालित अन्य कोविड अस्पतालों के चिकित्सा कर्मियों ने हिस्सा लिया।
यह पोर्टल चिकित्सा अधिकारियों को अपने रोगियों का प्रबंधन करने में वरिष्ठ इंटेंसिविस्ट और चिकित्सा विशेषज्ञों से सही समय पर परामर्श प्राप्त करने में मददगार होगा, साथ ही इस प्रकार यह “बहुत कम के साथ बहुत ज्यादा” लोकोक्ति को चरितार्थ करता है। यह ‘हब एंड स्पोक मॉडल’ पर आधारित है, जिसमें इंटेनसिविस्ट और चिकित्सा विशेषज्ञ जुड़े हैं। यह डिजिटल इंडिया मिशन के हिस्से के रूप में विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के साथ प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सहायता प्रदान करेगा।