प्रति वर्ष 3 दिसंबर को विश्व भर में दिव्यांगजनों के अधिकारों और कल्याण के लिए जागरूकता-प्रसार और समर्थन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (आईडीपीडी) का आयोजन किया जाता है। शिक्षा मंत्रालय का स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के साथ, निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ विशेष रूप से तैयार एक प्रश्नोत्तरी के माध्यम से यह दिवस मना रहा है:
ए. समावेशी और सुलभ समाज को बढ़ावा देना जहां प्रत्येक व्यक्ति जीवन के सभी पहलुओं में पूरी तरह से भाग ले सकता है
बी. दिव्यांगजनों की बाधाओं को दूर करने के लिए एक ऐसा समाज बनाने की दिशा में लोगों को काम करने के लिए प्रोत्साहित करें जहां हर कोई सम्मान और समानता के साथ रह सके।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (आईडीपीडी) 2023 का विषय ‘‘दिव्यांगजनों के साथ और उनके द्वारा सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को बचाने और हासिल करने की कार्रवाई में एकजुटता’’ है।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (आईडीपीडी) के आयोजन का उद्देश्य समाज के सभी पहलुओं में दिव्यांगजनों की समावेशिता को बढ़ावा देना और उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन दिव्यांगों के अधिकारों और गरिमा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस अवसर पर विचार-विमर्श और कई नई पहलों का आयोजन किया जाता है।
यह प्रश्नोत्तरी आरंभ में 3 दिसंबर 2023 से माईगव पोर्टल पर एक महीने के लिए लाइव होगी। इस प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में प्रत्येक छात्र, शिक्षक, माता-पिता और आम जनता भाग ले सकती है और दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अपना समर्थन व्यक्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें एक डिजिटल प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। सभी भागीदार दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर