यमन में ईरान समर्थित हूथी बाग़ी ग्रुप के सऊदी अरब के तेल भंडारों पर हमलों की गूँज भारत में भी सुनाई पड़ रही है.
रविवार को हूथी विद्रोहियों के सऊदी अरब पर एक हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का दाम (बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का दाम) लगभग तीन प्रतिशत बढ़ कर 71.37 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुँचा. ज़ाहिर है इसका असर भारत पर भी पड़ेगा, क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था की निर्भरता काफ़ी हद तक तेल के आयात पर है.
पिछले साल फ़रवरी के बाद शुरू हुए महामारी के शुरुआती हफ़्तों में ब्रेंट क्रूड (कच्चे तेल) का दाम घट कर 20 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुँचा था. उस समय से अब तक इसमें 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो भारत में पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ते दाम के कई कारणों में से एक बड़ा कारण है.
सऊदी अरब दुनिया में सबसे अधिक तेल पैदा करता है और ये भारत को तेल निर्यात करने वाला सबसे बड़ा देश है. भारत तेल आयात करने वाला अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा देश है और इसने पिछले साल अपनी ज़रूरत के पेट्रोलियम उत्पाद का 85 प्रतिशत हिस्सा आयात किया था, जिस पर इसने 120 अरब डॉलर ख़र्च किए थे.
VR Niti Sejpal