दुनिया के सबसे भरोसेमंद एवं सटीक कॉलर आईडी और टेलीफोन सर्च इंजन, ट्रूकॉलर ने कोविड हैल्थकेयर […]
रिक्शे वाला आता है रिक्शे में बैठकर धूप से पीछा छुड़ाती हूं बैठते हुए भी […]
भाग्य छलता है आकांक्षाएँ छलती है आदमी की नींद उजाले को छलती है उजाला आदमी […]
ख़ामोशियों में भी कुछ शोर रहता है और परछाइयों के पीछे कोई आहट दिल-ओ-दिमाग़ में […]
पता नहीं चल पाता पर परेशानी हो रही है कुछ तो गडबड है, दाक्तर ने […]
एक चाँद तुम्हारी खिड़की के आसमान पर है जो तुम्हें बेहद प्यारा लगता है जिसे […]
जनवरी का महीना है आधी रात से ऊपर का वक्त सन्नाटा लगा रह है गश्त […]
मैं यू ही बहती रहती हूं मैं कभी ठहरती नहीं कभी कभी में कही जल्दी […]
किसी तरह अस्तित्व-रक्षा में लीन ठिकाना मालूम नहीं है अपना कभी रेलगाड़ी में कभी चौराहे […]
कोई क़िस्त है जो अदा नहीं है साँस बाक़ी है और हवा नहीं है नसीहतें, […]