भारत और चीन के बीच पिछले 7 महीनों से चल रहे सीमा विवाद के अलावा, पाकिस्तान भी सीमा पर नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जिसके कारण भारत अपनी रक्षा तैयारियों को लगातार मजबूत कर रहा है। वहीं, भारत हथियारों के लिए दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता खत्म करना चाहता है। इस दिशा में DRDO की महत्वपूर्ण भूमिका है। एक नए युग में, भारतीय सेना भी उच्च तकनीक हथियारों पर नजर गड़ाए हुए है। DRDO ने इसके लिए एक विशेष बंदूक विकसित की है।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा कार्बाइन बंदूक का अंतिम परीक्षण पूरा हो गया है। डीआरडीओ के अनुसार यह अब सैन्य उपयोग के लिए तैयार है। यह वही कार्बाइन गन है, जो 700 राउंड प्रति मिनट की दर से फायर कर सकती है। डीआरडीओ के बारे में, इंडियन एक्सप्रेस ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में कहा था कि डीआरडीओ ने कहा था कि कार्बाइन विकसित किए गए हैं। परीक्षण का अंतिम चरण भी सेना द्वारा पूरा कर लिया गया है और उपयोग के लिए तैयार है।