कितनी दफा बोला था
कितनी दफा कहा था
पर तुमने मेरी एक न सुनी मेरी
अब तुम तो जन्नत के
मजे ले रहे हो
और में
यहा
तुम्हे याद कर कर के बिलख रही हूं
गलती मेरी थी
मुझे तुमसे प्यार नहीं करना चाहिए़ था
और प्यार किया तो किया
पर मैंने तो शादी करके उससे भी बड़ी गलती करली
डो. हिरल जगड
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Hiral JagadArticle Categories:
Literature