उनकी आंखो में डूबने का मन करता हैं ,
पर डर लगता है , वो हसीन आंखे कई धोखा ना दे दे ।
उनकी बाहो में सोने का मन करता हैं ,
पर डर लगता है , कही वो हक किसी दूसरे को ना दे दे ।
उनकी बातो को सुनने का मन करता हैं ,
पर डर लगता है , वो हमारे लफ्जो को अनसुना ना कर दे ।
उनके साथ सफर करने का मन करता हैं ,
पर डर लगता है, वो हमे कई अकेला ना कर दे ।
उनके बालो के साथ खेलने का मन करता हैं ,
पर डर लगता है , उसकी आदत हमें ना लगा दे ।
उनकी ज़िंदगी का हिस्सा बनने का मन करता हैं,
पर डर लगता है , कई वो हाथ किसी ओर को ना दे दे।
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दिशा पटेलArticle Categories:
Literature