जीत ही लेंगे बाज़ी हम-तुम, खेल अधूरा छूटे ना
प्यार का बन्धन, जन्म का बन्धन, जन्म का बन्धन टूटे ना
मिलता है जहाँ धरती से गगन, आओ वहीं हम जाएँ
मैं तेरे लिए, मैं तेरे लिए, इस दुनिया को ठुकराएँ
दूर बसा लें दिल की जन्नत, जिसको ज़माना लूटे ना
मिलने की ख़ुशी, ना मिलने का ग़म, ख़त्म ये झगड़े हो जाएँ
तू तू न रहे, मैं मैं न रहूँ, इक-दूजे में खो जाएँ
मैं भी ना छोड़ूँ पल भर दामन, तू भी पल भर रूठे ना
फ़िल्म : शोला और शबनम-1962
कैफ़ी आज़मी
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