आगामी त्योहारी सीजन में स्टेशनों और ट्रेनों में कई गुना भीड़ बढ़ेगी। महामारी के दौरान विशेष रूप से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए नियमों को कड़ाई से लागू किए जाने की आवश्यकता होती है। अध्यक्ष-सह-सीईओ/ रेलवे बोर्ड, सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) और महानिदेशक/ आरपीएफ ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये 16 अक्टूबर, 2020 को क्षेत्रीय और मंडल स्तर के अधिकारियों के साथ बातचीत की।
रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बारे में यात्रा के दौरान यात्रियों के बीच गहन जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए कहा गया। अधिकारियों को कोविड प्रोटोकॉल को कड़ाई से लागू करने को कहा गया है।
चूंकि त्योहारों के मौसम के दौरान स्टेशनों और ट्रेनों में भीड़ बढ़ने की संभावना होती है, इसलिए सभी जोन में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक केंद्रित पहल शुरू करने की जरूरत महसूस की गई। ट्रेनों से यात्रा करने वाली महिला यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और संरक्षा मुहैया करने के वास्ते एक नई पहल “मेरी सहेली” शुरू की गई है। इस पहल का उद्देश्य महिला यात्रियों के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करना है और महिला यात्रियों के सामने आने वाली या देखी जाने वाली सुरक्षा संबंधी किसी भी समस्या का प्रभावी ढंग से निराकरण करना है।
यह महसूस किया गया कि मानव तस्करी में शामिल अपराधी, त्योहारी सीजन की भीड़ का फायदा उठाकर महिलाओं और बच्चों की तस्करी में लिप्त होने का प्रयास कर सकते हैं क्योंकि वे इस अपराध के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं। आगामी त्योहारी सीजन के दौरान मानव तस्करी के खतरे को रोकने के लिए एक्शन प्लान पर चर्चा की गई। यह निर्णय लिया गया कि तस्करों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए एक निरंतर और ठोस अभियान चलाया जाएगा।
फील्ड में काम करने वाले अफसरों को रेलवे के आरक्षित टिकटों को बदलने और जरूरतमंद यात्रियों को उसे महंगे दाम पर बेचने के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखने के लिए निर्देशित किया गया है।