Jan 11, 2023
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अहमदाबाद में अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का उद्घाटन करते मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल

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मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2023 के शुभारंभ अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई पतंग महोत्सव की परंपरा आज वैश्विक पहचान बन गई है।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई के नेतृत्व में गुजरात के विकास की पतंग लगातार दो दशकों से नित नई ऊंचाइयों को छू रही है।

 

उन्होंने आगे कहा कि पतंग महोत्सव आसमान को छूने और नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का अवसर है। उन्होंने कहा कि पतंग प्रगति, प्रगति और उड़ान का प्रतीक है और गुजरात के पतंग महोत्सव जैसे त्योहार अंतरराष्ट्रीय आकर्षण बन गए हैं।

 

मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2023 के बारे में बात करते हुए कहा कि इस वर्ष हम जी-20 की थीम- ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के साथ पतंग महोत्सव मना रहे हैं. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत पहली बार जी-20 देशों की बैठकों की मेजबानी कर रहा है। जिस तरह से प्रधानमंत्री ने वैश्विक मंचों पर भारत की छवि को मजबूत और उज्जवल बनाया है, उसके कारण भारत में इस तरह के वैश्विक सम्मेलन होने शुरू हो गए हैं। इतना ही नहीं, गुजरात को G-20 की 15 बैठकों की मेजबानी का अवसर भी मिला, यह हमारे गुजरात के लिए गर्व की बात है।

 

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में हमने भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था से लेकर रक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर परिवर्तन देखा है। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और उच्चतम दर से बढ़ भी रहा है।

 

उन्होंने आगे कहा कि इस अमर काल में भारत के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाना और विकसित राष्ट्र का निर्माण करना हमारा संकल्प है। उन्होंने यह विश्वास भी व्यक्त किया कि गुजरात इसे साकार करने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरी तरह सुसज्जित है।

 

हमने गुजरात के विकास की यात्रा को निर्बाध रूप से चलाने के लिए पर्यटन और रोजगार जैसे विषयों पर विशेष बल दिया है। आज का पतंग महोत्सव इसका उदाहरण है।

 

गुजरात के पतंग उद्योग के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारे पारंपरिक त्योहारों और त्योहारों को जनभागीदारी से लोक उत्सव के रूप में मनाने की एक नई परंपरा दी है. इसी का नतीजा है कि दो दशक पहले गुजरात में पतंग का व्यापार महज 8 से 10 करोड़ रुपये का था, अब अकेले गुजरात में देश का 40 फीसदी पतंग उद्योग है। उन्होंने बताया कि सालाना कारोबार 625 करोड़ रुपये है और पतंग उद्योग में करीब एक लाख 30 हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है।

 

पर्यटन मंत्री श्री मुलुभाई बेरा ने अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव में स्वागत भाषण देते हुए कहा कि 14 जनवरी को मकर संक्रान्ति का महान दिन है, उत्तरायण का आनंद युवा और वृद्ध सभी मिलकर लेते हैं।

 

उन्होंने आगे कहा कि चूंकि सूर्यनारायण उत्तरायण की ओर आ रहा है, इसलिए हम आकाश में पतंग उड़ाकर उत्सव मनाते हैं, उत्तरायण उत्सव में प्रकृति के संरक्षण का संदेश होता है। उत्तरायण में आकाश स्वच्छ हो जाता है। जो ईश्वर और मनुष्य के बीच संचार को गति देता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने अपने कैलेंडर में उत्तरायण को प्रमुख स्थान देकर हमारी संस्कृति और सभ्यता को विशिष्ट पहचान देने का प्रयास किया है।

 

श्री मुलुभाई बेरा ने आगे कहा कि पिछले 2 दशकों में राज्य के विकास की व्यापक सराहना का पतंग महोत्सव भी एक अभिन्न अंग है। पतंग महोत्सव में देश-विदेश की पतंगें भाग लेती हैं। अहमदाबाद सहित विभिन्न स्थानों पर पतंग उत्सव का आयोजन किया जाता है। वड़ोदरा, वडनगर, सोमनाथ, राजकोट, धोलेरा, ढोरडो सहित अहमदाबाद में पतंग महोत्सव-2023 का आयोजन किया गया है। अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव से विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। ऐसे त्योहार मनाने से राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है और रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। धार्मिक विविधता में एकता और आनंद के रंगों के प्रतीक उत्तरायण के पर्व पर आसमान में अलग-अलग रंग भर जाते हैं।

 

अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर आयोजित पतंग महोत्सव में 68 देशों के कुल 125 पतंगबाजों, 14 राज्यों के 65 पतंगबाजों और गुजरात के विभिन्न जिलों के 660 से ज्यादा पतंगबाजों ने हिस्सा लिया। उन्होंने आगे कहा कि अन्य राज्यों के लिए यह आवश्यक है कि वे अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव के उत्सव से सीखें और संस्कृति और प्रकृति को संरक्षित करें।

 

अहमदाबाद के महापौर श्री किरीटभाई परमार, पर्यटन सचिव श्री हरित शुक्ला, पर्यटन विभाग के आयुक्त श्री आलोक कुमार पाण्डेय, अहमदाबाद के कलेक्टर श्री अनिल धमेलिया ने आमंत्रित देश-विदेश के अतिथि, पतंग उड़ाने वाले, राजनयिक प्रतिनिधि, स्थानीय विधायक, एएमयूको इस महोत्सव में पदाधिकारी, नगरसेवक एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे

 

 

 

– उत्सव में भाग लेने वाले देशों की सूची

ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, रूस, जर्मनी, ग्रीस, इज़राइल, मिस्र, कोलंबिया, डेनमार्क, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, इटली, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, बेल्जियम, बहरीन, इराक, मलेशिया, पोलैंड, मॉरीशस, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, इस अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में श्रीलंका, नेपाल, जॉर्डन, जिम्बाब्वे, अल्जीरिया, बेलारूस समेत 68 देशों के अलावा भारत के 14 राज्यों के पतंगबाजों ने हिस्सा लिया है।

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Festivals · Mix

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