केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आज ब्रिक्स के पर्यटन मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में दूसरे ब्रिक्स सदस्य देशों के पर्यटन मंत्री भी शामिल हुए।
वर्चुअल बैठक के दौरान पर्यटन मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने सभी क्षेत्रों में विभिन्न आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर डाला है और विशेष रूप से वैश्विक स्तर पर पर्यटन क्षेत्र के लिए कई चुनौतियां पैदा हो गई हैं। भारत भी ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहा है। हालांकि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी और साहसिक नेतृत्व के कारण भारत सफलतापूर्वक महामारी का प्रबंधन करने में सक्षम रहा है।
श्री पटेल ने कहा कि विदेशी मुद्रा आय के लिए प्रमुख क्षेत्र होने के साथ ही जीडीपी और रोजगार दोनों में पर्यटन उद्योग का देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और भारत सरकार ने व्यवसायों को बचाने, कर्मचारियों के बने रहने और क्षेत्र में फिर से जान फूंकने के लिए कई आर्थिक प्रोत्साहन पैकेजों और अन्य राजकोषीय और राहत उपायों की घोषणा की है। प्रांतीय सरकारों ने भी व्यवसायों की मदद के लिए इसी तरह के उपाय किए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य उद्योग में काफी विविधताएं हैं। इसमें सूक्ष्म, लघु, मध्यम और बड़े उद्यम हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के लिए एक दृष्टिकोण सामने रखा है, जिसके तहत एमएसएमई के लिए गांरटी मुक्त ऑटोमेटिक लोन उपलब्ध कराए गए हैं जिससे वे संकट का सामना कर सकें और भारत के पर्यटन क्षेत्र समेत अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौट सके। पर्यटन मंत्रालय समाधान निकालने और मांग फिर से बढ़ाकर पर्यटन अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए, खासतौर से घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देकर पर्यटकों में आत्मविश्वास और भरोसा पैदा करने के लिए पर्यटन और आतिथ्य उद्योग के हितधारकों के प्रतिनिधियों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि आगंतुकों के लिए भी भारत में धीरे-धीरे सब खुल रहा है। भारत ने 18 देशों के साथ बबल अरेंजमेंट किया है। भारत ने कारोबार, सम्मेलन, रोजगार, अध्ययन, अनुसंधान और चिकित्सा उद्देश्यों के लिए मौजूदा वीजा को भी बहाल कर दिया है। मैं वैश्विक पर्यटन क्षेत्र के जल्द रफ्तार पकड़ने की उम्मीद करता हूं। स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ पर्यटन मंत्रालय ने आगंतुकों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यात्रा और आतिथ्य क्षेत्र के सभी सेवा प्रदाताओं को कवर करते हुए कोविड-19 सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकॉल और परिचालन दिशानिर्देश तय किए हैं। कोविड-19 से सुरक्षा तैयारियों के लिए आतिथ्य उद्योग की क्षमता को बढ़ाने और सहायता करने के लिए मंत्रालय ने हाल ही में साथी (सिस्टम फॉर असेसमेंट, अवेयरनेस एंड ट्रेनिंग फॉर हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री) नामक पहल शुरू की है।
श्री पटेल ने कहा कि देशभर में अच्छे से प्रशिक्षित और पेशेवर पर्यटक फैसिलिटेटर्स (गाइड) का एक पूल बनाने के उद्देश्य से, पर्यटन मंत्रालय ने अतुल्य भारत टूरिस्ट फैसिलिटेटर्स (आईआईटीएफ) प्रमाणन कार्यक्रम- एक डिजिटल पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य एक ऑनलाइन शिक्षण मंच तैयार करना है। मंत्रालय घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करने में मदद के लिए विभिन्न संस्कृति स्थलों, विरासत, अनदेखे गंतव्यों और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के असामान्य पहलुओं को प्रदर्शित करने के लिए’देखो अपना देश’ थीम के तहत वेबिनार की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है।
डिजिटाइजेशन और इनोवेशन से पर्यटन और आतिथ्य उद्योग के विकास में मदद मिलेगी। प्रमोशन और पर्यटन स्थलों व गतिविधियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए डिजिटल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार डिजिटल तकनीकों और नवाचार को अपनाने के लिए उद्योग के साथ काम कर रही है।
आखिर में, केंद्रीय मंत्री ने इस चुनौतीपूर्ण समय में सफल ब्रिक्स प्रेसीडेंसी के लिए रूसी संघ की सराहना की और 2021 में भारत की प्रेसीडेंसी के दौरान सभी ब्रिक्स सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने की तत्परता व्यक्त की और कहा कि हमारे पास एक अवसर होगा।