Aug 18, 2022
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मुख्यमंत्री राजकोट के “आनंद बेहो” में जनता के लिए ‘अमृत लोक मेला’ का उद्घाटन करते हुए

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मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल ने बुधवार शाम को राजकोट में श्रावण की बारिश और हजारों लोगों के उत्साह के बीच आजादी के अमृत लोक मेले का उद्घाटन किया. इसके साथ ही आज से पांच दिनों तक राजकोट में खुशी और भय का माहौल बना हुआ है।

 

इस मेले के साथ ही मुख्यमंत्री ने जिला ग्राम विकास एजेंसी द्वारा संचालित प्रदर्शनी व बिक्री स्टालों, सूचना विभाग के प्रदर्शनी गुंबद और पुलिस के शस्त्र प्रदर्शनी स्टाल का भी उद्घाटन किया. इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित केन्द्र एवं राज्य सरकार की अमृत योजना पुस्तक का भी विमोचन किया गया। मेले के उद्घाटन के बाद स्वयं मुख्यमंत्री, वर्तमान मंत्री एवं गणमान्य व्यक्ति मेले में चहलकदमी करते हुए फज्र फालका में बैठ कर मुख्यमंत्री, मंत्रियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने मेले का आनंद लिया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को भगवान कृष्ण के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित इस पांच दिवसीय मेले का पूरा आनंद लेने का संदेश दिया.

 

मेले का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल ने कहा कि श्रावण मास में राजकोट भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के रंग में रंग जाता है. हमने रामवन नाम से एक शहरी जंगल का शुभारंभ किया है। हमने आज से यहां कृष्णमाया में लगने वाले लोक मेले की शुरुआत कर दी है। सनातन हिंदू संस्कृति के दो महान प्रतीक भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के नाम से जुड़ी घटनाएं राजकोट में आकार ले रही हैं। न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी लोग राम और कृष्ण को मानते हैं और उनका पालन करते हैं। भारत में हुए दैवीय अवतार हमारी संस्कृति, विश्वास, पूजा और आराधना, त्योहारों और समारोहों के केंद्र में रहे हैं। सौराष्ट्र की गहरी लोक संस्कृति पर भगवान कृष्ण का गहरा प्रभाव है।

 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर हमें अपनी विरासत पर गर्व करने का आह्वान किया है। निवास, भाषा, भोजन, परंपराएं, त्यौहार और मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं। त्यौहार वे साधन हैं जिनके द्वारा हम गर्व से इस विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोक मेला गुजरात की संस्कृति की धड़कन है। लोक मेले ने हमारी संस्कृति को जीवित रखा है। हमारे लोक मेले सामाजिक समरसता, एकता, भाईचारे के भी प्रतीक हैं। यह लोक मेला सौराष्ट्र के रंगीन राजकोटियों और मोजिला लोगों के लिए खुशी का स्थान होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक मेले का आनंद लेते हुए हमें स्वच्छता, सार्वजनिक संपत्ति के संरक्षण सहित नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए।

 

इस अवसर पर उपस्थित शिक्षा मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री जीतूभाई वघानी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित यह लोक मेला, श्रावण मास में भगवान महादेव की आराधना, रामवन का सार्वजनिक प्रसाद, एक अनूठा त्रिवेणी संगम बनाया है। यह लोक मेला कोरोना के बाद पहली बार आयोजित हो रहा है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी ने सभी को वैक्सीन दी है और वैक्सीन लेकर हम सभी ने कोरोना को हरा दिया है, जिससे इस तरह के लोक मेले और सार्वजनिक आयोजनों की योजना बनाना संभव हो रहा है

 

इस अवसर पर कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल श्री वजुभाई वाला ने विशिष्ट शैली में संबोधित किया कि राजकोट और सौराष्ट्र के लोग सुसंस्कृत हैं। इस लोक मेले में लाखों लोग आते हैं, लेकिन एक भी अप्रिय घटना नहीं होती है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजयभाई रूपाणी ने कहा कि लोक मेला हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। लोग यहां आकर अपना दर्द, मेहनत, थकान छोड़ जाते हैं।

 

मेले का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री, मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों का मेले के गेट पर फूलों से स्वागत किया गया. बाद में मेले का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। कलेक्टर ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करने के बाद स्वागत भाषण दिया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री राघवजीभाई पटेल, श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री बृजेशभाई मेरजा, परिवहन राज्य मंत्री श्री अरविंदभाई रैयानी, सांसद श्री मोहनभाई कुंडारिया, श्री रामभाई मोकारिया, विधायक श्री गोविंदभाई पटेल , श्री लाखाभाई सगठिया, राजकोट नगर पालिका के महापौर श्री प्रदीप डोव, जिला कलेक्टर श्री अरुण महेश बाबू, जिला विकास अधिकारी श्री देव चौधरी, दिन. मेयर डॉ. दर्शिताबेन शाह, मुन. आयुक्त श्री अमित अरोड़ा, पुलिस आयुक्त श्री राजू भार्गव, राजकोट जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री भूपत बोदर, नगर पालिका के क्षेत्रीय निदेशक श्री धीमंत व्यास, जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.

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Culture · Festival

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