Jan 7, 2023
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वड़ोदरा में 21 गन सेल्यूट कॉनकॉर डी’एलिगेंस 2023 में विंटेज ऑटोमोबाइल्स का जश्न

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एशिया के सबसे प्रतिष्ठित मोटरिंग इवेंट, 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी“एलीगेंस का दसवां संस्करण वडोदरा के शाही लक्ष्मी विलास पैलेस में शुरू हुआ। इसके भव्य उद्घाटन के साथ ही शहर निवासियों को बेहद दुर्लभ और शानदार विंटेज कारों के निहारने का मौका मिला है। इन खूबसूरत विंटेज कारों के इंजन आज भी पूरी मजबूती के साथ सड़क पर इनका राज कायम किए हुए हैं और सर्दियों के मौसम में गर्माहट दे रहे हैं।

 

श्री मदन मोहन, चेयरमैन एंड मैनेजिंग ट्रस्टी, 21 गन सैल्यूट हेरिटेज एंड कल्चरल ट्रस्ट ने कहा कि “इस कॉन्कॉर्स का दसवां संस्करण वैश्विक पर्यटन मानचित्र में भारत के विभिन्न हिस्सों को चिह्नित करने के हमारे लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम बढ़ा रहा है। इस आयोजन को लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों ऑटोमोबाइल प्रेमियों का उत्साह काफी जबरदस्त रहा है। ऑटोमोबाइल मास्टरपीस, अतुल्य भारत के विविध और समृद्ध इतिहास के साथ-साथ ऑटोमोबाइल एक्सीलेंसी को प्रदर्शित करने के लिए एक साथ आए हैं।“

 

उद्घाटन समारोह में बड़ौदा की राजमाता शुभांगिनीराजे गायकवाड़ ने गुजरात की समृद्ध विरासत और इतिहास को प्रोत्साहित करने के बारे में बात करते हुए कहा कि “वड़ोदरा के लिए अपनी समृद्ध विरासत और गुजरात राज्य की जीवंता को जानने का ये एक और शानदार अवसर है। हम पूरे भारत और दुनिया भर से आने वाले मेहमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है। यह भी बहुत उत्साह का विषय है कि विश्व प्रसिद्ध कार्यक्रम, “21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स“ लक्ष्मी विलास पैलेस में आयोजित किया जा रहा है। ये पैलेस, जो स्वयं अपने इतिहास और अपनी विरासत के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इस विरासत को निहारने के लिए अधिक से अधिक लोगों को वड़ोदरा आना चाहिए और लक्ष्मी विलास पैलेस के सुरुचिपूर्ण और विश्व स्तरीय आतिथ्य का अनुभव करना चाहिए। हमें पूरी दुनिया को अपनी परंपरा और समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए ऐसे अधिक से अधिक अवसरों की प्रतीक्षा है।“

 

शो के सह-मेजबान, बड़ौदा के महाराजा समरजीतसिंह गायकवाड़ ने कहा कि “21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी“एलीगेंस ने दुनिया भर की पुरानी मोटरों के व्हील्स के माध्यम से भारत की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने के अपने अभिनव तरीके से एक विरासत को जन्म दिया है। हम अपनी सुंदर परंपराओं, संस्कृति और स्मारकों को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाने और वड़ोदरा को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में चिह्नित करने की आकांक्षा रखते हैं। श्री मदन मोहन का अदम्य जुनून सराहनीय है क्योंकि दुनिया भर से कई जाने-माने नाम और प्रशंसक यहां मौजूद हैं। इस प्रकार, इस आयोजन के विकास ने गुजरात और भारत के अन्य हिस्सों में बहुत अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा दिया है।

 

 

देश के इस प्रतिष्ठित 3 दिवसीय मेगा इवेंट के पहले दिन की मुख्यातिथि, बड़ौदा की राजमाता एचएच शुभांगिनीराजे गायकवाड़ ने विंटेज और क्लासिक कारों के प्रदर्शन और कॉन्कॉर्स शो का उद्घाटन किया।

 

नृत्य, कला और संस्कृति के साथ सजा एक भव्य उत्सव, 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी“एलीगेंस ने दुनिया भर के हजारों मेहमानों और कई प्रतिष्ठित जानकारों और प्रसिद्ध हस्तियों का स्वागत किया, जिसमें बड़ौदा के महाराजा, एचएच समरजीतसिंह गायकवाड़, बड़ौदा की महारानी, एचएच राधिकाराजे गायकवाड़, श्री योहान पूनावाला, श्री हर्ष पति सिंघानिया, श्री गौतम सिंघानिया, श्रीमती नीरजा बिड़ला, श्री गौरव गुप्ता, चीफ कमर्शियल ऑफिसर, एमजी मोटर इंडिया और रॉयल फैमिली ऑफ इंडिया के अन्य सम्मानित सदस्यों ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर इस पूरे आयोजन की शोभा बढ़ाई।

 

200 से अधिक पुराने और क्लासिक भारतीय ऑटोमोबाइल्स शाहकार, 120 दिग्गज बाइक्स और महाराजा कारें गर्व से भारतीय विरासत और मोटरिंग के जुनून से जुड़े लंबे इतिहास का दावा करती हैं। हमारे रक्षा बल भी अपने पुराने सैन्य वाहनों पर गर्व करने से पीछे नहीं हटे और उनकी आन, बान और शान बहाल रखे हुए हैं।

 

इस शो में एमजी कारों का एक विशेष वर्ग देखा गया है क्योंकि इसकी विरासत और हैरिटेज में शामिल शानदार कारों ने इन सभी वर्षों में प्रतिभागियों और साथ ही विंटेज कार मालिकों के लिए 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी“एलीगेंस में आकर्षण का केंद्र रही है। प्रदर्शित विंटेज ब्यूटीज में एमजी कारें 1946 एमजी टीसी स्पोर्ट्स टूरर, 1958 एमजीए कन्वर्टेबल, 1979 एमजी मिडगेट, 1947 एमजी टीसी, 1948 एमजी टीसी, 1965 एमजीबी, 1964 एमजी बी, 1951 एमजी टीडी, 1958 एमजी एमजीए रोडस्टर, 1955 एमजी जेडए मैग्नेट सैलून, एमजी टीडी, 1950 एमजी वाईटी और 1963 एमजी मिडगेट कन्वर्टिबल हैं।

 

भव्य शाही लक्ष्मी विलास पैलेस के सामने खड़ी पिछली शताब्दियों की दुर्लभ कारों की मौजूदगी के साथ, यह एक ऐसा अनुभव था जो कि जिंदगी में एक बार ही देखने को मिलता है। विजिटर्स ने अपनी आंखों और दिलचस्पी को दावत दी क्योंकि उन्होंने दुनिया भर से दुर्लभ, आश्चर्यजनक और पहले कभी नहीं देखे गए मोटरिंग मास्टरपीस को देखा। इनमें 1911 नेपियर, 1922 डेमलर, 1930 शेवर्ले डिपो हैक वुडी, 1932 शैवी, 1935 फोर्ड स्पेशल, 1938 आर्मस्ट्रांग सिडली, 1938 रोल्स-रॉयस 25/30, 1947 ब्यूक रोडमास्टर कन्वर्टिबल, 1947 डेमलर डीबी18, 1948 हंबर, 1948 बेंटले मार्क 6, 1948 ब्यूक सुपर, 1936 डॉज डी2 कन्वर्टिबल सेडान, 1942 जीप फोर्ड जीपीडब्ल्यू, 1936 बेंटले 3.5, 1937 बेंटले 4.24, 1937 बेंटले वांडेन प्लास आदि।

 

वेटरन और एडवर्डियन वर्ग की दुर्लभ कारें जिनमें कॉन्कॉर्स में भाग लेने वाली सबसे पुरानी कार 1902 से है। इसके साथ ही प्री-वॉर अमेरिकी, प्री-वॉर यूरोपीय, पोस्ट-वॉर अमेरिकी, पोस्ट-वॉर यूरोपीय, कई दुर्लभ रोल्स रॉयस और बेंटले पुरानी सुंदरियां, प्लेबॉय कारें, विशेष कारें कुछ नाम हैं, जिनको इस एक्सपो में प्रदर्शित किया गया है!

 

21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स शो डी“एलीगेंस में असम, कन्याकुमारी, कोयम्बटूर, मुंबई, पुणे, बैंगलोर, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, अहमदाबाद, बड़ौदा, मानसा, हिम्मत नगर, सूरत, आणंद और देश के विभिन्न हिस्सों से विंटेज और क्लासिक कारें मौजूद थीं।

इस ऑटो शो में प्रदर्शित की गई सबसे पुरानी ऑटोमोबाइल 1886 बेंज पेटेंट मोटरवेगन थी जो कि कार्ल बेंज द्वारा आविष्कार की गई पहली कार- मर्सिडीज-बेंज के अग्रणी संस्थापक हैं। मोटरिंग के इतिहास में पहली बार बड़ौदा की महाराजा कारों को भी 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी“ एलिगेंस में प्रदर्शित किया गया है।

 

 

उन्होंने कहा कि “हम दिल्ली और अब वड़ोदरा-गुजरात से शुरू होने वाले विभिन्न शहरों में एक हैरिटेज टूअर में 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी’एलीगेंस 2023 का पता लगाना चाहते हैं। यह आइडिया न केवल हमारी मोटर विरासत को प्रदर्शित करना है बल्कि हमारे देश, ग्रामीण और अछूते क्षेत्रों की आंतरिक सुंदरता का भी पता लगाना है।“

 

श्री मदन मोहन ने आगे कहा कि “इस आयोजन के माध्यम से, मैं अपने जुनून और अपने सपने को आगे बढ़ा रहा हूं, जिसका उद्देश्य भारत को एक विश्वस्तरीय मोटरिंग टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करना है और 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स डी“एलीगेंस 2023 के माध्यम से, हम निश्चित रूप से ग्लोबल हेरिटेज टूरिज्म मैप पर भारत पर अपनी छाप छोड़ेंगे। ये आयोजन इसके भविष्य के संस्करणों में दुनिया भर के लाखों अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता रखता है और उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है।“

 

एमजी के साथ लंबे जुड़ाव के बारे में बात करते हुए, श्री मदन मोहन ने आगे कहा कि “अलग अलग एमजी के मालिक होने के नाते, मेरा मानना है कि वे अनुभव को प्राथमिकता देते हैं और तकनीक को अगले स्तर तक ले जाते हैं। हमें गर्व है कि इस साल यह कार्यक्रम “एमजी हार्ट-वडोदरा सिटी“ में पूरी भव्यता के लिए तैयार है।

 

एमजी मोटर इंडिया के चीफ कमर्शियल ऑफिसर श्री गौरव गुप्ता ने कहा, “एमजी को अपनी 100 साल की समृद्ध विरासत पर गर्व है और हमारे एमजी कार क्लब (एमजीसीसी) के पास भारत में 400 से अधिक विंटेज एमजी कारें हैं, जो शाही वंश की हैं। हम भारतीय हेरिटेज कार पर्यटन को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के प्रयासों के लिए कॉन्कॉर्स डी“एलीगेंस 2023 की सराहना करते हैं। हम इस आयोजन से जुड़कर खुश हैं क्योंकि यह यादगार अनुभवों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को प्रतिध्वनित करता है, और जो भारत में हमारे घर और निर्माण हब- वड़ोदरा में हो रहा है। हम इस पर गर्व है।“

 

इस दौरान कई टैक टॉक्स और सांस्कृतिक समारोह और शानदार विंटेज कारों की उपस्थिति संयुक्त रूप से हुई। टैक टॉक्स में मोटर एक्सपर्ट्स और ऑटोमोबाइल्स के शौकीन लोगों ने एक-दूसरे के साथ बातचीत की। भारत की विविध संस्कृति की पृष्ठभूमि में आकर्षक कारें सबसे अनोखे और उत्कृष्ट आयोजन का मूल आधार हैं। शुरुआत भगवान से आशीर्वाद से हुई। 21 गन सैल्यूट कॉन्कॉर्स की शुरुआत गणेश वंदना के साथ हुई, जिसके बाद गुजरात के सुरुचिपूर्ण शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति देखने लायक थी।

कॉन्कॉर्स का आयोजन 21 गन सैल्यूट हेरिटेज एंड कल्चरल ट्रस्ट द्वारा पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से और अतुल्य भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए गुजरात पर्यटन के मजबूत समर्थन के साथ किया जाता है! कॉन्कॉर्स में निवास के तौर पर उपयोग में लाए जाने वाला लक्ष्मी विला महल सबसे प्रभावशाली राज-युग का महल है और अब तक का सबसे बड़ा निजी घर है, जो बकिंघम पैलेस के आकार से चार गुना अधिक है और करीब 500 एकड़ भूमि में फेला हुआ है। वड़ोदरा वर्तमान और पिछले दोनों युगों से गुजरात की उत्कृष्ट कलात्मक और स्थापत्य प्रतिभाओं को प्रदर्शित करता है। यह वैश्विक पर्यटकों के बीच भारत और गुजरात में रुचि पैदा करने और खुद को एक विश्व स्तरीय विरासत और मोटरिंग पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। उपस्थित लोगों का रॉयल हाउस ऑफ बड़ौदा से शाही स्वागत किया जा रहा है, जिसका देशभक्ति, संरक्षण, परंपरा और गुजराती संस्कृति से भरा एक लंबा और सचित्र इतिहास है।

 

 

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Mix · Vehicles

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