Apr 9, 2023
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ड्यूरेक्स बर्ड्स एंड बीईईएस टॉक प्रोग्राम ने अपनी पहली रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट रिपोर्ट जारी की, उत्तर पूर्वी राज्यों के बाद गुजरात और दिल्ली में विस्तार किया

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कंज़्यूमर हैल्थकेयर में ग्लोबल लीडर, रैकिट ने आज ड्यूरेक्स बर्ड्स एंड बीईईएस टॉक प्रोग्राम (टीबीबीटी) के विस्तार की घोषणा की। यह कार्यक्रम गुजरात और नई दिल्ली में 10 से 19 साल के किशोर बच्चों पर केंद्रित है।एसोचैमफाउंडेशन फॉर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (एएफसीएसआर) के साथ गठबंधन में इस कार्यक्रम का उद्देश्य इस साल इन दोनों राज्यों में 15 मिलियन किशोर बच्चों को लाभान्वित करना है। इस विस्तार के साथ कार्यक्रम के अंतर्गत थीम गान ‘प्रोटेक्टेड’लॉन्च किया गया है, जो इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत पाँच मुख्य स्तंभों – कंसेंट, ईक्विटी, समावेशन, जागरुकता और सुरक्षा पर केंद्रित है।

ड्यूरेक्स बर्ड्स एंड बीईईएस टॉक प्रोग्राम ने अपनी पहली सोशल रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (एसआरओआई) इवैल्युएशन स्टडी रिपोर्ट जारी की, जिसमें सामने आया कि इस कार्यक्रम में निवेश किए गए हर 1 रु. से 24.40 रु. के सामाजिक मूल्य का उत्पादन हुआ। प्लान इंडिया और , रैकिट के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन उत्तर पूर्व के 6 राज्यों – अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम में किया जा चुका है। ऑफलाईन और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स द्वारा टीबीबीटी आज तक इन राज्यों के 4 मिलियन युवाओं तक पहुँच चुका है। इन राज्यों की सरकारों के सहयोग से लॉन्च किए गए टीबीबीटी में 2 स्तर का इंटरैक्टिव और एनिमेटेड पाठ्यक्रम है, जिसमें बड़े होने और जीवन के कौशल शामिल हैं, ताकि समावेशन, जागरुकता, सहमति, जागरुकता और सुरक्षा के मुख्य सिद्धांतों को बढ़ावा मिले।

रैकिट साउथ एशिया के एग्ज़िक्यूटिव वाईस प्रेसिडेंट, गौरव जैन ने कहा, ‘‘ रैकिट में हम किशोर बच्चों को जीवन में परिवर्तनकारी अनुभवों में सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनके लिए ढलना और अनुकूलन आवश्यक है। पिछले तीन सालों में ड्यूरेक्स बर्ड्स एंड बीईईएस टॉक प्रोग्राम उत्तर पूर्वी राज्यों में प्लान इंडिया के साथ साझेदारी में क्रियान्वित किया गया है। यह किशोर बच्चों और युवाओं को बड़े होने से जुड़े अनुभव और कौशल सिखाने पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम में निवेश किए गए हर 1 रु. के लिए 24.40 रु. के सामाजिक मूल्य का निर्माण होता है, जो इस कार्यक्रम द्वारा अपने अंशधारकों के बीच निर्मित भरोसे का संकेत है और इससे एक ठोस आधार के साथ बड़ी ऊँचाईयाँ हासिल करने की संभावनाएं उत्पन्न होती हैं। हमें विश्वास है कि एएफसीएसआर के साथ हमारी साझेदारी गुजरात और नई दिल्ली में भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद करेगी और विद्यार्थियों को शिक्षित करेगी, जिसकी मदद से हम यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स 3 (अच्छा स्वास्थ्य एवं सेहत), 4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा), और 5 (लैंगिक समानता) प्राप्त करने की ओर बढ़ सकेंगे।’’

दीपक सूद, सेक्रेटरी जनरल,एसोचैमएंड ट्रस्टी,एसोचैमफाउंडेशन फॉर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (एएफसीएसआर) ने कहा, ‘‘हमें रैकिट के सबसे सफल प्रोग्रामों में से एक, ड्यूरेक्स बर्ड्स एंड बीईईएस टॉक के लिए उनके साथ साझेदारी करने की खुशी है। हम इसे गुजरात और नई दिल्ली के विभिन्न जिलों में ले जाएंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत हमारा उद्देश्य 15 मिलियन से ज्यादा किशोर बच्चों को शक्ति, सुरक्षा और खुशी की सही ज्ञान प्रदान करना है ताकि उनका स्वास्थ्य, सेहत और विकास सुनिश्चित हो। यह कार्यक्रम पॉप-सांस्कृतिक संदर्भों, इन्फ्लुएंसर्स के साथ संलग्नता और संचार के लिए टेक्नॉलॉजी के उपयोग की मदद से विद्यार्थियों के बीच स्वस्थ व्यवहार, विश्वास के साथ निर्णय लेने, सहमति के बारे में ज्ञान, और समानता एवं समावेशन निर्माण की जागरुकता बढ़ाएगा।’’

प्लान इंडिया के एग्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर, मोहम्मद आसिफ ने कहा, ‘‘प्लान इंडिया भारत के अलग-अलग हिस्सों में दो दशकों से ज्यादा समय से सभी बच्चों, किशोरियों, युवा महिलाओं और पुरुषों के लिए यौन और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं एवं अधिकारों में सुधार के लिए काम कर रहा है। रैकिट के साथ हमारी दीर्घकालिक साझेदारी ने उत्तर-पूर्वी राज्यों में हमें टीबीबीटी प्रोग्राम द्वारा परिवर्तन लाने में मदद की है। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में सुरक्षित हाईज़ीन और स्वास्थ्य के मामले में आदतों का विकास करने में सफलतापूर्वक मदद करता आया है, ताकि उन्हें शरीर की संरचना और यौवनारंभ में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों को समझने में मदद मिले। हमें खुशी है कि यह कार्यक्रम विकास कर रहा है और हम उम्मीद करते हैं कि हम विभिन्न साझेदारियों द्वारा जमीनी स्तर पर इसी प्रकार परिवर्तन लाते रहेंगे।’’

इस रिपोर्ट के मुख्य पहलूः

ड्यूरेक्स बर्ड्स एंड बीईईएस टॉक प्रोग्राम में निवेश किए गए हर 1 रु. के लिए 24.40 रु. के सामाजिक मूल्य का निर्माण होता है।

ऑफलाईन एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म्स द्वारा टीबीबीटी आज तक 4 मिलियन युवाओं, 4000 टीचर्स और 2000 से ज्यादा स्कूलों तक पहुँच चुका है।

डिजिटल एक्टिवेशन की मदद से यह कार्यक्रम देश में 320 मिलियन से ज्यादा लोगों को लाभ पहुँचा चुका है।

83.85 प्रतिशत ने विद्यार्थियों के बीच लैंगिक भूमिकाओं और रूढ़ियों को पहचानने और संबोधित करने की क्षमता बढ़ाई।

44.41 प्रतिशत ने विद्यार्थियों के बीच नशावृत्ति के नुकसानदायक प्रभावों और परिणामों की जागरुकता बढ़ाई।

84.38 प्रतिशत ने टीचर्स के बीच जीवन के कौशल के पाठ्यक्रम बढ़ाने के मामले में टेक्निकल ज्ञान बढ़ाया।

57.03 प्रतिशत विद्यार्थियों में अन्य यौन विन्यास और लैंगिक पहचान के लोगों के प्रति स्वीकार्यता बढ़ी।

नई दिल्ली और गुवाहाटी कार्यक्रम के बारे में वार्ताओं के सर्वोच्च स्रोत बने।

टीबीबीटी कार्यक्रम ने एक मजबूत ऑनलाईन एवं ऑफलाईन उपस्थिति स्थापित की। इसके प्रयासों के फलस्वरूप कार्यक्रम ने पिछले एक साल में अपनी पहुँच 87प्रतिशत बढ़ाई और 50 प्रतिशत में सकारात्मक भावना बढ़ी।

टीबीबीटी कार्यक्रम के लिए थीम गान का निर्माण उत्तर-पूर्व भारत में सामाजिक और पर्यावरण की समस्याओं को संबोधित करने वाले अपने संगीत के लिए सबसे ज्यादा उल्लिखित कलाकारों में से एक, राहुल राजखोवा ने किया है, जो गुजरात और नई दिल्ली में इस अभियान के लिए एक मजबूत आधार स्थापित करने में मदद करेगा। संगीत टीबीबीटी की शुरुआत से ही संचार का सबसे अच्छा स्रोत रहा है और यह नया लॉन्च किया गया गीत शक्ति, सुरक्षा और खुशी का सही ज्ञान हासिल करने का महत्वपूर्ण संदेश देता है, ताकि स्वस्थ विकास और सेहत सुनिश्चित हो सकें। राहुल ने युवा शब्दावली के सही मिश्रण के साथ आकर्षक धुन में कार्यक्रम का संदेश प्रसारित किया। यह गीत फेसबुक, ट्विटर, और इंस्टाग्राम पर लॉन्च किया जा चुका है, और जनसमूह में प्रसारित करने के लिए प्रमुख इन्फ्लुएंसर्स के साथ साझा किया जाएगा।

गीत का लिंक –

रैकिट एंड प्लान इंडिया के अंतर्गत ड्यूरक्स बर्ड्स एंड द बीईईएस टॉक प्रोग्राम एक अभिनव और अग्रणी अभियान है, जो भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में किशोर बच्चों के जीवन कौशल को बढ़ाने पर केंद्रित है। अपने व्यवस्थित सहयोग द्वारा यह कार्यक्रम किशोर बच्चों, टीचर्स, और सामुदायिक सदस्यों के बीच यौन एवं प्रजनन के स्वास्थ्य के बारे में वार्ताओं को प्रोत्साहित करता है। देश में किशोर लड़कों और लड़कियों के पास जीवन को प्रभावित करने वाले विषयों की जानकारी कम है, और इसमें अपनी सक्रिय सहभागिता को बढ़ाने के लिए उनके पास सीमित साधन हैं। टीबीबीटी कार्यक्रम इन समस्याओं का समाधान करने के लिए उम्र के अनुरूप महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर,सेहतमंद और सुरक्षित व्यवहार एवं अभ्यासों को बढ़ावा देकर तथा किशोर बच्चों को जीवन के कौशल, मूल्य एवं दृष्टिकोण प्रदान कर उन्हें जिम्मेदार व्यस्क बनने में मदद करता है।

 

 

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Government · Technology

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