Aug 24, 2022
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राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2022

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मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने वर्ष 2022 के राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कारों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल अर्थात https://awards.gov.in के माध्यम से 01.08.2022 से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये हैं। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15.09.2022 है। ये पुरस्कार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (26 नवंबर, 2022) के अवसर पर प्रदान किए जायेंगे। पात्रता आदि के संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु और ऑनलाइन आवेदन जमा करने के लिए वेबसाइट https://awards.gov.in को देखा जा सकता है। मवेशियों तथा भैंसों की पंजीकृत नस्लों के नाम संलग्नक में दिए गए हैं।

 

पशुपालन एवं डेयरी विभाग किसानों को स्थायी आजीविका प्रदान करने के लिए पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के प्रभावी विकास के उद्देश्य से हर संभव प्रयास कर रहा है। भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें काफी पुष्ट हैं और ये देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता रखती हैं। देश में पहली बार “राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम)” दिसंबर 2014 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य स्वदेशी गोजातीय नस्लों को वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित तथा विकसित करना था।

 

पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत, दुग्ध उत्पादक किसानों और इस क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्तियों तथा दुग्ध उत्पादकों को बाजार तक सुलभ पहुंच प्रदान करने वाली डेयरी सहकारी समितियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से निम्नलिखित श्रेणियों में साल 2022 के दौरान भी राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करना जारी रखा है:

देशी गाय/भैंस की नस्लों को पालने-पोसने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान (पंजीकृत नस्लों की सूची संलग्न है)

सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)

सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दुग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार में प्रत्येक श्रेणी में योग्यता का प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह और राशि निम्नानुसार है:

 

रु. 5,00,000/- (पांच लाख रुपये मात्र)- पहली रैंक

 

रु. 3,00,000/- (तीन लाख रुपये मात्र) – दूसरी रैंक

 

और,

 

रु. 2,00,000/- (दो लाख रुपये मात्र) – तीसरी रैंक

 

 

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